क्या आप जानते हैं कि HTTP vs HTTPS क्या है? यदि आप Blogger या Digital marketing के साथ जुड़े है तो जरूर जानते होंगे.
यदि नहीं तो आप इस लेख में अच्छे से समझ जाओंगे, HTTP और HTTPS ये दोनों एक इंटरनेट और वेबसाइटों के बीच डेटा को प्रसारित करने के लिए किया जाता है.
हम लगातार इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन सोचा है की HTTP vs HTTPS क्या है, जब आप इंटरनेट का उपयोग करते हैं, तो साइट का url के अगले क्रम एचटीटीपी/एचटीटीपीएस लगा होता है.
यदि आप अपनी साइट को हैक से बचाना चाहते हैं, तो आपको यह समझना होगा कि HTTP एंड HTTPS के अंतर के बारे में जानना होगा.
एचटीटीपी और एचटीटीपीएस के बीच अंतर क्या हैं? (What Are the Differences Between HTTP & HTTPS in Hindi)
एचटीटीपी क्या है?
HTTP full form Hypertext Transfer Protocol और इंटरनेट पर HTTP rules and standards का सेट प्रदान करता है, उपयोगकर्ताओं को वेब पेज देखने की अनुमति देने के लिए वेब सर्वर से ब्राउज़र में डेटा स्थानांतरित करने के लिए इसका सबसे अधिक उपयोग किया जाता है.
HTTP एक एप्लीकेशन लेयर नेटवर्क प्रोटोकॉल है जो TCP के ऊपर बनाया गया है और HTTP Hypertext structured text का उपयोग करता है जो टेक्स्ट वाले नोड्स के बीच Logical link स्थापित करता है.
इसे ‘Stateless protocol’ के रूप में भी जाना जाता है. क्योंकि, पिछले Run command के Reference का उपयोग किए बिना प्रत्येक कमांड को अलग से Executed किया जाता है.
ये प्रोटोकॉल निर्धारित करता है की होने वाले ट्रांसफर डेटा का फॉर्मेट कैसा होगा, उसका ट्रांसमिशन किस तरह का होगा और सभी अलग-अलग ब्राउज़र और सर्वर पर रेस्पॉन्स कैसा होगा.
एचटीटीपी कब विखसाया गया,
1989 में Tim Berners-Lee द्वारा HTTP का विकास शुरू किया गया था. HTTP standards Internet Engineering Task Force (IETF) और World Wide Web Consortium (W3C) Co-ordinated किया गया था.
एचटीटीपीएस क्या है?
HTTPS full form Hyper Text Transfer Protocol Secure. ये HTTP का सुरक्षित वर्शन है और सर्वर और ब्राउज़र के बीच एक सुरक्षित Encrypted connection बनाने की अनुमति भी देता है.
यह डेटा की Bi-directional security प्रदान करता है.
HTTPS हमे साइट पर हैक होने से बचाता है, आपने देखा होगा की बड़ी-बड़ी साइट पर HTTPS जरूर देखा होगा.
कई Blogger अपने साइट पर Domain के साथ SSL certificate खरीदते है जो ‘S’ का काम करता है. HTTPS को दूसरे शब्दों में SSL के नाम से भी जाना जाता है जिसका पूरा नाम Secure Socket Layer है.
HTTP vs HTTPS में क्या अंतर है?
HTTP हाइपरटेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल के लिए है, जबकि HTTPS में ‘S’ का अर्थ है कि यह एक सुरक्षित कनेक्शन है.
यह इंगित करता है कि डेटा का प्रसारण सुरक्षित सॉकेट लेयर (SSL-जिसे सुरक्षा प्रमाणपत्र के रूप में भी जाना जाता है) का उपयोग करके सुरक्षित रूप से होता है. इस वजह से, नेटवर्क पर भेजा गया सब कुछ सुरक्षित रूप से किया जाता है.
HTTP और HTTPS दोनों सुनिश्चित करते हैं कि Present data अंतिम उपयोगकर्ता के लिए सुरक्षित है.
यदि आप कल्पना करते हैं कि डेटा कैसे जाता है, तो यह इस बारे में नहीं है, SSL certificate होने का अर्थ है कि वेबसाइट और उपयोगकर्ता के बीच Migrate किए गए डेटा को ठीक से प्रदर्शित करने पर भी Encrypted किया गया है.
HTTP vs HTTPS बीच कोई बड़ा अंतर नहीं है सिर्फ इतना अंतर है की HTTP को सुरक्षित रखने के लिए HTTP के साथ ‘S’ last में लगा दिया, जो सुरक्षित रूप से डेटा ट्रांसफर कर सकता है और बड़ा फायदा यह है कि यह हैकर्स से भी बचाता है.
इसलिए सभी Sites के यूआरएल के शुरुआत में HTTPS के साथ ही डील करते है और कुछ ऐसी साइट भी है जो SSL के बिना है. क्योंकि, SSL प्रमाणप्रत्र लेने के लिए आपको भुकतान करना पड़ता है, जिस वजह से कई लोग एसएसएल कवच नहीं खरीदते.
यदि आपने ब्लॉगर पर ब्लॉग बनाया है तो उसे मुफ्त में एचटीटीपी सक्षम करने की अनुमति है और आप इसे जब चाहें तब अक्षम भी कर सकते हैं.
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Read: इंटरनेट और वेब में अंतर क्या है
आप इस लेख में HTTP vs HTTPS में अंतर और ये दोनों क्या है इस बारे में आसानी से समझ गए है.
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