जिंदगी सही एक पार्टनर की वजह से नहीं जी जाती, आपकी अच्छी लाइफ Career की वजह से बनती है.
अच्छी करियर होगी तभी अच्छे पार्टनर, शोहरत, गाड़ी, बंगला आदि जैसे चीजें होने की सभवाना होगी. लेकिन, हम अपने बचपन में इस चीजों के बारे में नहीं चिंता होती की हमारे मुख्य गोल क्या है जो इनके पर सारे रास्ते बनते है.
लेकिन, कुछ समय बाद एक ऐसा क्षण आता है जो जिम्मेदारी अपने पर आती है या पढाई के बाद जॉब की तलाश या न मिलने पर हम सभी भविष्य के बारे में चिंतित होने लगते है.
ये लेख उन लोगो के लिए मददगार रहेगा जिन लोग 10th और 12th कर रहे है और Engineering field प्रवेश करना चाहते है.
जब बच्चों या Students को पूछा जाता है की तुम बड़े हो कर क्या बनना चाहते है तब उनका जवाब Engineer बनना है. कई लोग अपने Goal सही तय करने में कामयाब रहे है और कई बच्चे ऐसे जवाब पैरेंट के कहने पर देते है की मुझे इंजीनियर बनना है.
लेकिन, उनकी रुचि, Field चुनने में और जॉब में क्या काम करना है ये सारी बाते बिना एक्स्प्लोर किए बोल देते है की इंजीनियर बनना है.
दअसल, हमारी Life ही एक Engineer पर Depend है, जिनकी वजह से हम आज पहले से बेहतर Technology के साथ जी रहे है. आगे भी इससे भी बेहतर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर सकेंगे. इसलिए, इंजीनियर की जरूरत भविष्य में रहेंगी.
हर कोई जानता है कि एक गलत कदम किसी के Career को बर्बाद कर सकता है और साथ ही, सोच और समझ से उठाया गया एक कदम जीवन को बदल सकता है. इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए. मैं आपको इस लेख में Engineering career कैसे चुने? इस बारे में सुझाव दूंगा.
इसे पहले आपको मैं बता दु की आपने 10-12th हिंदी या गुजराती मीडियम से है तो फ्री टाइम में अपनी इंग्लिश भाषा पर ज्यादा फोकस रहे. क्योंकि, Engineering career में सभी सब्जेक्ट्स English language में होंगे. यदि आप माध्यमिक या उच्च माध्यमिक इंग्लिश मीडियम में पढाई की है तो कोई परेशानी की बात नहीं है. अगर आपने सही से इंग्लिश समझ नहीं आती तो आप इंजीनियर की परिभाषा को भी नहीं समझ पाएंगे. आज इंग्लिश एक कॉमन भाषा बन चुकी है जॉब इंटरव्यू में भी इंग्लिश से शुरुआत होती है. यदि इंग्लिश में आपको रुचि नहीं तो मेरी राय है की Engineering field में प्रवेश करना ही नहीं चाइये. दूसरे करियर चुन लेना चाहिए.
इंजीनियरिंग करियर कैसे चुने? (How to choose an Engineering Career in Hindi)
1. अपने आप से पूछें कि आप क्या करना पसंद करते हैं (Ask yourself what do you like to do)
नेचर ने सभी लोगो को टैलेंट दिया है इसे आपको परखना है. ये आपको सही रास्ते बनाने में मदद करेंगा और ऐसा कोई व्यक्ति नहीं जो इसमें कोई काम करने की रुची छुपी नहीं है, सब में है.
लेकिन, हमारे देश में कोई अच्छा करने वालो पर सवाल उठाया जाता और गलत नजरिये से देखते है जिनके वजह से गोल पर सही तीर नहीं लगता.
साथ में ऊपर से अपने पैरेंट और रिलेटिव हमे गाइड करके दूसरे करियर चुनने की सलाह देते है या कई स्टूडेंट 8th क्लास से सब बदल जाता है छोड़ना यार Scientist नहीं बनना, मुझे Actor बनना है. अगर आप दूसरे से कहे वो करोंगे तो शुरुआत से ही अपना करीयर बिखर जायेगा.
इसलिए आपको ऐसा नहीं करना अपनी रूचि को देखना है की मैं क्या कर सकता हुँ, मुझे कौन से काम करना पसंद है और कई कारक हैं जो एक Engineer के रूप में आपकी सफलता में योगदान करते हैं, इस संक्षिप्त पर विचार करें की “मुझे एक इंजीनियर बनना चाहिए”,
- क्या आप कोई समस्याओं को हल करना पसंद करते हैं?
- क्या मेरे नई चीजें के बनाने में क्रिएटिविटी है?
- क्या मैं चल्लेंजिंग को सामना करने में पसंद करता हुँ?
- क्या मैं एक लीडरशिप कर सकता हुँ?
- क्या मैं डीप थिंकिंग और एनालिसिस कर सकता हुँ?
- क्या मैं इनोवेशन को क्रैक कर सकता हुँ?
- क्या मेरे में Visualization करने की क्षमता है?
अगर आप ऊपर दिए सभी सवाल का जवाब ‘हा’ है तो Engineering में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए आपकी सही मानसिकता है.
2. इंजीनियरिंग के प्रकार देखे (See the types of Engineering)
अब आपको देखना है मेरी रूचि किस Engineering streams के साथ मेल खाती है. इंजीनियर बनने के लिए कई फिल्ड है जैसे की Mechanical, Electrical, Civil, Computer, Aeronautics, Automobile, Chemical, Biotechnology Engineering आदि.
मैंने आज ऐसे लोगो को भी देखा है एक Civil engineer भी Software field में नौकरी पाने की इच्छा रखता है. इसका कारण है कि वह सिविल इंजीनियर के रूप में काम करते समय भारी मशीनों और ऑटोमोबाइल, साइट पर खड़े रहेना, पुल, कॉलम और पाइपलाइन आदि से निपटना नहीं चाहता.
एक अन्य कारण यह भी है कि ऊंचाइयों से निपटना काफी साहसिक है. लेकिन, जोखिम भरा भी है. इसलिए, वे Computer science के लिए जाना पसंद करते हैं, जहां उन्हें एयरकंडीशन वातावरण में बैठकर कंप्यूटर पर काम करना होगा, ऐसा Atmosphere वाली जॉब कौन नहीं पसंद करते, सब पसंद करेंगे. ये मानसिकता ये बताती है की मेने सोचे-समझे बगैर Engineering fields पसंद की गई है और इसमें कोई टेलेंट नहीं देखा जाता.
दरअसल, एक Engineer इसे कहा जाता है जो अपनी प्रोफ़ाइल से संबंधित मशीन का आविष्कार, डिजाइन या परीक्षण करता है और कई डिफरेंट प्रयोगों का उपयोग करके कुछ नया बनाता है.
इसलिए, अपनी रुची, हुनर के हिसाब से Engineering लाइन में Engineering branch चुनना सही सुझाव है और जिस ब्रांच के साथ रुची मेल खाती है उन फील्ड के बारे में Online books देखे, कंपनी में कौन सी पोस्ट मिलेंगी, इसमें क्या काम किया जाता है, क्या मैं उन पोस्ट के लिए काबिल हुँ, इन चारों चीजों पर गहराई से जाने.
3. इंजीनियर 10th के बाद बने या तो 12th के बाद (Engineer made after 10th or after 12th)
सबसे पहले तो आपको विज्ञान और मैथेमेटिक्स दोनों सब्जेक्ट में अच्छे होने चाहिए. क्योंकि हर Engineering branch में ये दोनों सब्जेक्ट महत्वपूर्ण है और लगभग सभी Engineering ब्रांच सब्जेक्ट में विज्ञान और मैथेमेटिक्स का हिस्सा देखेंगें.
Engineer बनने के लिए आप 10th के बाद और 12 Science के बाद प्रवेश कर सकते है. लेकिन, प्रवेश मेरिट के हिसाब से होता है. इसलिए, आपको 10th या तो 12th में 80% के ऊपर टकावारी लानी होगी, आज भी कॉम्पिटिशन है और आगे भी बढ़ेगा.
आज भी कई स्टूडेंट 10th के बाद डिप्लोमा करते है, फिर Bachelor of Engineering या तो Bachelor of Technology में प्रवेश करके एक इंजीनियर के रूप में निकल आते है. क्योंकि, छात्र 12वीं + बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग या बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी में खुद को नामांकित करने में असमर्थ हैं.
यदि आप ऐसा करते है तो सीधे सेकंड ईयर में प्रवेश मिलता है यानि 1st और 2nd Sems छोड़ कर 3rd सेम में प्रवेश मिलता है.
आप 12 वीं के बाद करना इच्छुक है तो Engineering courses, जो Class 11 और 12वीं में दो साल और फिर पूरा Course पूरा करने सहित चार साल के लिए कुल छह साल लगता है, वही योग्यता 3 साल के डिप्लोमा कोर्स के साथ हासिल की जाती है जिसे छात्र 10वीं के बाद कर सकते हैं. लेकिन, ये डिग्री स्नातक में नहीं गिनी जाती इसके लिए B.E और B.tech ही ग्रेजुएशन में गिना जाता है.
आपको ये विचार करना है की मैं 80 Percentage लाने में कैपेबल हुँ, क्या मैं 11-12 Science करने की ताकत है. यदि आपमें स्ट्रेंथ है तो जरूर करना चाहिए. अथरवाइज 10th class के बाद Diploma कर सकते है फिर चाहे तो आगे डिग्री यानि की C to D कर सकते है.
4. एक अच्छी कॉलेज में एडमिशन ले (Take Admission in a Good College)
ऊपर बताये तीन स्टेप्स फॉलो करने के बाद अच्छे कॉलेज की तलाश करनी चाहिए. आज India में कई Engineering colleges है इसमें से Fake engineering college भी शामिल है.
इसलिए आप Engineering colleges में प्रवेश लेने जा रहे हैं, तो सबसे पहले, उस कॉलेज की मान्यता, प्लेसमेंट, फीस के बारे में सुनिश्चित करें.
अगर आप जाँच करने में वीक है तो कोई फ्रेंड से गाइड ले या तो सबसे अच्छे सुझाव लेने के लिए आपके आस-पास Government engineering colleges के प्रोफेशर या स्टूडेंट से गाइड ले सकते है.
अगर ऐसा नहीं करना तो 10th या 12th में पढाई की वहां के अपने फेवरिट टीचर से दिशानिर्देश ले सकते है, साथ में आपको Engineering branches पसंद करने में कंफ्यूज है तो वो भी सवाल पूछ कर भ्रम से बहार निकल सकते है.
एडमिशन लेने से पहले आपको सेल्फ थिंकिंक करके ये भी देखना है की मैं College में जिस Engineering branch select कर रहा हुँ इसकी डिमांड है, क्या मुझे जॉब मिलेंगी? और ऐसे कोर्स के लिए जाना जो आपके हितों से मेल खाता हो और आप भविष्य की संभावनाओं के बारे में भी ध्यान रखें.
और एक बात ध्यान रखे की आपके द्वारा चुने गए स्ट्रीम के आधार पर वेतन भिन्न होता है. कुछ ब्रांच तो ऐसी है जो जॉब के लिए आपको बहार भी जाना पड़ सकता है. इन सारे बातों ब्रांच के हिसाब से गूगल खोज करके आसानी से पता लगा सकते है की मैं ये पसंद किया तो जॉब कहा-कहा लग सकती है.
जब आप अपने पसंदीदा Engineer branches में Admission लेने के बाद, कॉलेज शुरू हो इसे पहले अपनी ब्रांच के हिसाब से ऑनलाइन बुक्स पढ़ना जारी कर दे, इसे रिलेटेड कोई टीवी शो यानि की डिस्कवरी जैसे चैनल देखे या तो यूट्यूब पर प्रैक्टिकल वीडियो देखे, जिससे आपको इंजीनियरिंग सब्जेक्ट्स के साथ अच्छे रिलेशन बना सकोंगे.
मैंने ऊपर आपको जो सुझाव दिया इससे आपको सही Engineering career चुनने में बहुत मददगार हो सकता है और अपने करियर पर ही ध्यान दे.
अगर आपने सही इंजीनियरिंग शाखा चुनने में सफलतापूर्वक फैसला ले लिया है तो मेरी तरफ से बेस्ट ऑफ़ लक, अपनी जुनून के साथ आगे बढे.
FAQs,
ये समय बताता है. आज की बात करे तो कंप्यूटर साइंस और आईटी Engineering क्षेत्र में सबसे अधिक वेतन पाने वालों में से एक फील्ड है.
केमिकल इंजीनियरिंग, टेक्सटाइल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग, बायोमेडिकल इंजीनियरिंग, एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग, आई.टी इंजीनियरिंग और मेक्ट्रोनिक्स इंजीनियरिंग.
डिग्री और डिप्लोमा बस थोड़ा सा अलग है. डिग्री कोर्स किसी भी विषय के बारे में विस्तृत ज्ञान देता है. छात्र गहराई से अध्ययन करना चाहता है, उस विषय में B.E Course कर सकता है. डिग्री कोर्स ज्यादातर नौकरियों के लिए मान्य हैं क्योंकि बी.ई डिग्री ग्रेजुएट में गिनी जाती है.
डिप्लोमा किसी विषय को थोड़े समय में पढ़ाया जाता है. डिप्लोमा में किसी छात्र को किसी एक बिसनेस या पेशे के बारे में जानकारी दी जाती है और ज्ञान ज्यादा दिया जाता है. आज ऐसे कई स्टूडेंट है जो डिप्लोमा करने के बाद, एक साल में प्रतिमाह के लिए 1 लाख सैलेरी पैकज ले रहे है. बट ये अपने स्किल्ड और रुचि पर डिपेंड करता है.
कोई भी सब्जेक्ट में मास्टर डिग्री, पीएचडी करने के लिए स्नातक डिग्री जरुरी है. जहां तक पेशेवर योग्यता का सवाल आता है वहां डिग्री या डिप्लोमा में ज्यादा अंतर नहीं है और यदि आपने डिप्लोमा अध्यन किया है तो कम मत समझना क्योंकि आज इंडस्ट्रियल फील्ड में B.E स्टूडेंट से आगे Diploma माँ वाले आगे निकल चुके है. इसे अच्छे से समझ ने के लिए आपको प्रेक्टिकल नजरि से देख ना होगा.
यदि कोई छात्र उस क्षेत्र में शामिल होना चाहता है जो Manufacturing of hardware में लगा हुआ है, तो बी.ई. क्षेत्र उसके लिए सही है. यदि कोई व्यक्ति किसी ऐसे क्षेत्र में शामिल होना चाहता है जो हार्डवेयर को संशोधित करके अधिक कुशल या आकर्षक बनाता है, तो बीटेक कोर्स को चुनना सही है.
छात्र इनमें से कोई भी क्षेत्र अपनी रुचि, ताकत और अपनी भविष्य की योजनाओं के आधार पर चुन सकते हैं. लेकिन इनके लिए आपको 12 वीं साइंस या तो आप डिप्लोमा के बाद B.E. या B.Tech दोनों में से एक चुन सकते है.
दोनों डिग्री समान रूप से समान दायरे और भविष्य के साथ मान्यता प्राप्त हैं लेकिन यह ज्यादातर आपका कॉलेज और शाखा मान्य रखते है.