इंटरनेट माध्यम की सबसे बड़ी हानि क्या है

Internet ने हमारी Life के मायने पूरी तरह बदल दिया हैं. इसने हमारे जीवन स्तर को बढ़ाया है और कई कार्यों को बहुत सरल और आसान बना दिया है. लेकिन इंटरनेट माध्यम की सबसे बड़ी हानि भी है.

इंटरनेट की दुर्व्यवहार, पीछा करने, लूट और अन्य समस्याओं का स्रोत हो सकता है. यह अफवाहों और झूठी खबरों जैसी गलत सूचना का स्रोत भी बन सकता है और सबसे बड़ी बात इंटरनेट व्यसन और ध्यान भटकाने का एक बड़ा स्रोत भी बन गया है.

कई बच्चे और छात्र इंटरनेट पर समय बर्बाद करते हैं, खासकर जब बात ऑनलाइन गेमिंग या सोशल मीडिया की हो. इससे Focus की कमी और Social abilities में कमी आ सकती है. आइये और भी जानते है की इंटरनेट माध्यम की सबसे बड़ी हानि क्या है.

यह मनोरंजन का एक साधन है

इंटरनेट एंटरटेनमेंट का साधन भी है, लेकिन लोग इसका इस्तेमाल गलत तरीके से करते है जैसे की Social media sites पर फर्जी खबरें या अफवाहें पोस्ट करते हैं और इससे बड़े यूजर के आधारों के बीच गलत जानकारी तेजी से फैल सकती है. इससे दंगे और अन्य समस्याएं पैदा होकर समाज पर Negative प्रभाव पड़ सकता है.

आजकल इलीगल एक्टिविटी में बहुती ग्रोथ हुवा है और Cyber criminals यूजर के सिस्टम को हैक कर सकते हैं और उनकी निजी जानकारी चुरा सकते हैं. हैकर्स के लिए किसी वेबसाइट, एप्लिकेशन, ईमेल या सॉफ़्टवेयर में सेंध लगाना और पर्सनल जानकारी चुराना आसान है, इसलिए आप अपने कंप्यूटर सिस्टम और सॉफ़्टवेयर को नियमित रूप से अपडेट करना महत्वपूर्ण है.

यह ग़लत सूचना का स्रोत है

Internet लोगों के लिए घर से काम करना संभव बनाता है, मनी ट्रासंफर, टिकिट बुकिंग और भी कई सारे लाभ है और यह लाभ Economy के लिए अच्छा है, लेकिन यह काम और निजी जीवन के बीच की रेखा को धुंधला कर सकता है.

इंटरनेट पर मिलने वाली जानकारी से लोगों के मूर्ख बनने के कई उदाहरण हैं. इससे उनका बड़े Institutions से लेकर अपने दोस्तों और परिवार तक, हर तरह की चीज़ों पर से विश्वास उठ सकता है.

इंटरनेट पर गलत सूचनाओं के कारण लोगों में जो संदेह विकसित होती है, यह मानसिक बीमारी, तनाव और अलगाव जैसी समस्याओं को जन्म दे सकती है.

इसके अलावा, कंप्यूटर या मोबाइल में इंटरनेट की लत से आंखों पर तनाव, माइग्रेन, बैड पोस्चर, नींद की कमी और डिप्रेशन जैसी शारीरिक और सामाजिक समस्याएं हो सकती हैं.

यह लत का एक स्रोत है

इंटरनेट माध्यम लोगों को दुनिया भर में दूसरों के साथ इस तरह से संवाद करने में भी सक्षम बनाया है जो पहले कभी संभव नहीं था. हालाँकि, इंटरनेट लत का एक स्रोत भी बन सकता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि लोग इंटरनेट गेमिंग और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के आदी हो सकते हैं.

रिसर्च से ऐसा पाया गया है कि जो लोग इंटरनेट का बहुत अधिक उपयोग करते हैं उनका ध्यान कम केंद्रित होता है और वे कुछ मिनटों से अधिक समय तक कार्यों पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते हैं और यादाश में भी कभी देखी जाती है. आजकल ऑनलाइन लत की समस्या वाले किशोरों की संख्या में ग्रोथ हुई है.

इससे साइबरबुलिंग और अन्य प्रकार के दुरुपयोग जैसी सामाजिक समस्याएं भी पैदा के कारण बन सकती है. जिन शर्मीले लोगों में रियल जीवन में Social support की कमी और जिन लोग इंट्रोवर्ट बने रहते है उसमे भी इंटरनेट की लत विकसित होने का खतरा हो सकता है क्योंकि वे ऑनलाइन ही अपने असली रूप बन सकते हैं.

इंटरनेट की लत का एक और नुकसान यह है कि यह किसी व्यक्ति के कामकाजी जीवन को बर्बाद कर सकता है. यह उन्हें परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने से भी रोक सकता है. यह नए कौशल सीखने की क्षमता में भी इंटरफेरन्स कर सकता है.

यह ध्यान भटकाने का एक साधन है

इंटरनेट लोगों में बड़े रूप से Students के लिए ध्यान भटकाने का एक बड़ा स्रोत हो सकता है. जब वे किसी परीक्षा के लिए अध्ययन करने या होमवर्क करने का प्रयास कर रहे होते हैं, तो ध्यान केंद्रित रखना और नेटफ्लिक्स देखने या दोस्तों के साथ ऑनलाइन चैट करने के प्रलोभन से बचना मुश्किल हो सकता है, जिस वजह से अपनी पढ़ाई में ध्यान नहीं दे पाते.

Internet ने कई प्रकार की सूचनाओं और सेवाओं तक पहुँच को आसान बना दिया है, जैसे बिलों का भुगतान करना या भोजन का ऑर्डर देना, ये सेवाएँ दैनिक जीवन को अधिक सुविधाजनक बनाने और समय बचाने में मदद कर सकती हैं, लेकिन ये लत का कारण भी बन सकता हैं.

इंटरनेट के उपयोग से मोटापा और कार्पल टनल सिंड्रोम सहित अन्य Health समस्याएं हो सकती हैं, पूरे दिन मोबाइल या लैपटॉप स्क्रीन के सामने बैठने से आपकी आंखों की रोशनी पर भी असर पड़ सकता है और सिरदर्द हो सकता है.

इंटरनेट माध्यम का सबसे बड़ा नुकसान गलत सूचना, फर्जी खबरें और हार्मफुल कंटेंट फैलने की संभावना है. जैसे-जैसे इंटरनेट मॉडर्न जीवन का इंटीग्रल अंग बन गया है, इसने सूचना के तेजी से प्रसार का रास्ता भी खोल दिया है. हालाँकि इसके कई पॉजिटिव पहलू हैं, लेकिन इसका मतलब यह भी है कि झूठी, भ्रामक या हानिकारक जानकारी तेजी से फैल सकती है.

इन चुनौतियों से निपटने के लिए डिजिटल साक्षरता, फैक्ट-जांच और जिम्मेदार ऑनलाइन व्यवहार को बढ़ावा देने के लिए लोगों, इंटरनेट प्लेटफार्मों, सरकारों और Organizations के सामूहिक प्रयास की जरूर है. अल्थौघ, इंटरनेट ने कई Benefit लाए हैं, लेकिन ज्यादा जानकारीपूर्ण और समाज के बैलेंस के लिए इसके नुकसानों के बारे में जागरूक होना जरुरी है और उन्हें कम करने की दिशा में काम करना चाहिए है.

Add Comment